जेसिड के लिए आर्थिक देहली स्तर 2-3 लार्वा प्रति पौधा है।
2.
लीफ माइनर के लिए आर्थिक देहली स्तर 2-3 लार्वा प्रति पौधा है।
3.
तम्बाखू इल्ली के लिए आर्थिक देहली स्तर 2 लार्वा प्रति पौधा है।
4.
प्रथम अवस्था में ७ गांठेंउपस्थित हों तो आर्थिक देहली १२ लार्वे प्रति फुट पंक्ति आंकी गई है.
5.
रसायनिक कीटनाशकों का उपयोग उस समय करना चाहिए जब कीट की संख्या आर्थिक देहली स्तर को पार कर ले।
6.
नियंत्रण रसायनिक कीटनाशकों का उपयोग उस समय करना चाहिए जब कीट की संख्या आर्थिक देहली स्तर को पार कर ले।
7.
रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग आवश्यकतानुसार, आर्थिक देहली स्तर एवं जैविक नियंत्रण के साधनों को देखते हुए सुरक्षित एवं अंतिम उपाय के रूप में ही करें ।
8.
आर्थिक देहली से यह दर्शित होता है कि कब नियंत्रण के उपाय किये जायेंजिससे कि नाशक कीट संख्या आर्थिक क्षति स्तर तक न पहुंचे (चित्र ६, ७, ८, ९, १०, ११).
9.
इसके विपरीत दूसरीअवस्था में यदि लार्वो की संख्या आर्थिक देहली के लिए आँकी गयी संख्या सेकाफी अधिक है तो आगे प्रतिचयन रोक देना चाहिए और फसल को हानि से बचाने केलिए तुरन्त प्रभावी नियंत्रण विधि अपनानी चाहिये.